Ganpati aarti-ganeshji ki Aarti-gnesh-Ki

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Ganpati aarti-ganeshji  ki Aarti-gnesh-Ki



Aarti-aarti,

सुखकर्ता दुखहर्ता वार्ता! विघ्नाची नुर्वि  पूर्वी प्रेम कृपा जयाची !सर्वांगी सुंदर उटी  शेंदुराची !कंठि झळके माळ मुक्ताफलाची! जयदेव जयदेव जय मंगलमूर्ति! दर्शनमात्रे मनकामना पूर्ति||धू|| रत्नखचिता फरा तुज गौरीकुमारा! चंदनाची उटी  कुंकुमकेशरा !हिरेजडीत मुगुट शोभतो हरा! रुणझुणती नुपुरें चरणि घागरिया  !जय!  लंबोदर पितांबर फणिवर बंदना ! सरल सोंड वक्रतुंड त्रिनयना!  दास रामाची वाट पाहे! सदना! संकटी पावावे निर्वानी रक्षावें सुरवंदना!जयदेव जयदेव जय मंगलमूर्ति दर्शन तु सुखकर्ता तु दुखहर्ता ! विघ्नाशक मोरया  ! संकटी रक्षी शरण तुला मी ! गणपती बाप्पा मोरया! मंगलमूर्ति तु गणनायक वक्रतुंड तु सिध्दीविनायक !  तुझिया दारी आज पातलो ! देई चित्त मज ध्यावा!  तु संकलाचा भाग्यविधाता !तु विद्यचा स्वामी दाता! ग्यानदिप उजळुन आमुच्या ! निमवि नैराश्याला ! तु माता तु पिता जगी या! न्याना तु सर्वस्व जगी या! पामर मि उणे भारती! तुझी आरती गाया!  मंगलमुर्ति मोरया गणपती बाप्पा मोरया. 

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Ganesh aarti


1)गणपती उपासना

वक्रतुंड महाकाय सुर्यकोटी समप्रभ !निर्विघ्न कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा [1]  
                           || श्री गणपती स्तोस्र||

जयजयाची गणपती !मज द्यावी द्यावी विपुल मती  ! करवया तुमची स्तुती! स्फुर्ती द्यावी मज अपार -[1]_तुझे नाम मंगलमुर्ति! तुच मज इंद्रचंद्र ध्याति ! विष्णु शंकर तुच पुर्जिती! अव्यया ध्याती नित्यकाळी [2] तुच नाव विनायक!  गजवदना तु मंगलमुर्ति तुच मंगलदायक!  सकळ !विघ्ने कलीमलदाहक ! नामस्मरणें भस्म होती  [3] मि तव चरणाची अंकित!  तव चरणों माझे प्रणिपात  ! देवाधीदेवा तु एकदंत!  प्ररिसे विग्यापना माझी [4] माझा लडीवाळ तुच करें! सर्वापरी तु मज सांभाळणे!  संकटमाझारी रक्षिणें ! सर्व करणें तुच स्वामी [5] गौरीपुत्रा तु गणपती!  परीसावी सेवकाची वीनंती-तुमचा अनन्यार्थी रक्षिणे सर्वार्थेची स्वामीया [6] तुच माझा बाप माय! तुच माझा दोहराया!  तुच माझी करीसी सोय!  अनाथनाथा गणपती [7] गजवदंना श्रीलंबोदरा!  सिध्दीविनायका भालचंद्र! करूणा वरदमुर्ती गजानना ! परशुहस्ता सिंदूवर्णा! विघ्ननाशना मंगलमुर्ति  (9) विश्ववंदना विघ्नेश्वर  ! मंगलधीशा  परशुधरा!  पापमोचन  ! सर्वेश्वरा  ! दीनबंधु नमन माझे (10)  नमन माझे शंभुतनया ¡ नमन माझे करुनालया !नमन माझे गणराया! तुज स्वामीया ! नमन माझे (11) नमन माझे गणराया ' नमन माझे गौरीतनया  ! भालचंद्रा मोरया तुझे नमन माझे  (12) नाही आशा स्तुतीचि!  नाही आशा तव भक्ताची!  सर्व प्रकारे तुझिया दर्शनाची!  आशा मनी उपजलि (13) मि मुध केवल अद्य्नान  ! ध्यानी तुझे सदा चरण लंबोदर मज देई दर्शन  ! कुपा करी जगदीशा (14) मतिमंद मि बालक  ! तुंची सर्वाचा चालक! भक्ताजनांचा पालक गजमुखा तुं होशी  (15) मि दरिद्रा अभागी स्वामी  ! चित्त जडावें तुझिया नामी!  अनन्य शरण तुझला मी ! दर्शन देई कृपाळुवा (16) हे गणपतिस्तोत्र जो करी पठन!  त्यासी स्वामी देई पै(17)त्यासी पिशाच्च भूत प्रित  ! न बाधीती कदाकाळांत!  स्वामिची पुजा करोनी यथास्थित!  स्तुतीस्तोत्र हे जपावें (18) होईल सिध्दी षण्मास हें जपतां ! नव्हे कदा असत्य वार्ता!  गणपतीचरणी माथा दीवाकरे ठेवीला (19) इती श्रीगणपतिस्तोत्रं संपुर्णम्  !           






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